सोमवती अमावस्या
सोमवती अमावस्या सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी है । इसमें किया गया स्नान, दान व श्राद्ध का अक्षय फल होता है । सोमवती अमावस्या के दिन तुलसी की 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता मिटती है ।
चतुर्दशी-आर्द्रा नक्षत्र योग
ॐकार का जप अक्षय फलदायी होता है ।
चतुर्दशी-आर्द्रा नक्षत्र योग
ॐकार का जप अक्षय फलदायी होता है ।